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सोमवार, 10 अगस्त 2015

रंगबिरंगे प्यारे पक्षी

1 
मैं  हूँ  छोटा  प्यारा  पक्षी 
पैर  भी  मेरे  छोटे 
पर  भगवान  ने  दिए हैं  
मुझको  पर  मोटे  मोटे 
दोनों  पर  फैलाकर  अपने 
सैर  करता  दुनिया की 
  हरे  पहाड़,  नीली  नदी 
सब  रंगरंगीली  दिखती 
घर  है  मेरा  घोंसला 
वहां  चूं चूं  चूं मैं  करता 



2
मैं  होता  यदि  प्यारा  पक्षी, 
पँख  बड़े  फैलाता। 
उड़ते - उड़ते  
इस  रंगबिरंगी, 
दुनिया की सैर 
कर  आता। 
बच्चे  कहते 
नीचे  आओ, 
और  ऊँचे  उड़  जाता। 
जाते  जाते  ऊँचे ऊपर, 
आकाश  को  छूकर  आता।

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