प्यारे बच्चों , तुम्हारी सुन्दर सी धरती के रंगबिरंगे फूल ,नीले झरने ,सफ़ेद बादल चुप रहकर भी कुछ गाते हैं। आओ ; इन्हें पढ़ो ; इनकी आवाज़ को महसूस करो।
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